शिशु दूध के फ़ार्मूले को बदलना

(Content revised 08/2012)
  1. यदि मैं कोई अन्‍य ब्रांड अपनाती हूं, तो क्‍या इससे मेरे बच्चे के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा?

    मानक शिशु फ़ार्मूला दूध दर-असल गाय के दूध से बना होता है और मां के दूध के पोषक तत्वों की सामग्री के हिसाब से तैयार किया जाता है। चूंकि निर्माताओं को शिशु फ़ार्मूलों के लिए अंतरराष्ट्रीय अथवा राष्ट्रीय मानकों का पालन करना होता है, इसलिए उन्हें तैयार करने में बहुत अधिक समानता होती है।

    आमतौर पर, स्वास्थ्य पेशेवर, माता-पिता को छोटी-मोटी समस्याओं के लिए एक ब्रांड से दूसरा ब्रांड अपनाने की सलाह नहीं देते। फिर भी, यदि ठोस वज़ह है तो दूसरा ब्रांड अपनाने से शिशुओं के स्वास्थ्य पर असर नहीं पड़ना चाहिए।

    क्योंकि यह बहुत ज़रूरी है कि‍ माता-पिता को अपने शिशुओं के लिए उचित फ़ार्मूले का चयन करना चाहिए। विशेष रूप से निम्‍नलिखित बच्चों के लिए:-

    1. जन्‍म से लेकर 6 माह तक की आयु के बच्‍चों के लिए-

      गाय के दूध से बने शिशु फ़ार्मूले का सेवन करने वाले शिशुओं के लिए (0-6 माह के बच्‍चों के लिए), आप गाय के दूध से बने शिशु फ़ार्मूले का कोई अन्‍य ब्रांड सीधे बदल सकते हैं। तथापि, आपको उच्च प्रोटीन वाला “फ़ॉलो-अप फ़ार्मूला” नहीं चुनना चाहिए (6 माह अथवा अधिक आयु के बच्‍चों के लिए) क्‍योंकि इससे आपके बच्‍चे के गुर्दों पर भार बढ़ जाएगा, जिससे कि बच्‍चे के शरीर में पानी की कमी हो सकती है, आंत्रशोथ हो सकता है और यहां तक ​​कि मस्तिष्क को नुकसान भी पहुंच सकता है;

    2. 6-12 माह तक की आयु के बच्‍चों के लिए -

      आप अपने शिशु को इन्‍फ़ैन्‍ट फ़ार्मूले (0-6 माह के बच्‍चों के लिए) का सेवन कराना जारी रख सकते हैं अथवा फ़ॉलो-अप फ़ार्मूले (6-12 माह के बच्‍चों के लिए) का सेवन कराना जारी रख सकते हैं ।

      लगभग 6 महीने की आयु में, बच्चों को पूरक आहार खिलाना शुरू कर देना चाहिए। शुरुआत में, दूध पोषण का मुख्य स्रोत रहता है। तथापि, जब आपका बच्चा अन्य खाद्य पदार्थों की पर्याप्‍त मात्रा और किस्मों का सेवन करना शुरू कर दे, तो दूध की मात्रा का सेवन धीरे-धीरे कम किया जा सकता है। 1 वर्ष से कम आयु के बच्‍चों के लिए गाय के नियमित दूध के सेवन की सलाह नहीं दी जाती;

    3. 1 वर्ष अथवा अधिक आयु के बच्‍चों के लिए -

      1 वर्ष की आयु तक पहुंचने पर आपके बच्‍चे को संतुलित आहार का आनंद लेना शुरू कर देना चाहिए, जिसमें विभिन्न अच्‍छी किस्‍मों का ठोस आहार शामिल होना चाहिए, जो पोषण के मुख्य स्रोत के रूप में दूध को बदल सकता है। आपका बच्‍चा संपूर्ण (पूर्ण वसायुक्‍त) दूध पी सकता है, जैसे कि ठंडा पास्‍चुरीकृत गाय का दूध अथवा UHT दूध;

    4. विशेष फ़ार्मूला दूध पीने वाले बच्‍चों के लिए -

      आपको देखरेख करने वाले डॉक्‍टर, नर्स, दाई अथवा आहार विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।

  2. मुझे अपने बच्‍चे को फ़ार्मूला दूध के दूसरे ब्रांड का सेवन कराना किस प्रकार शुरू करना चाहिए? क्‍या मुझे किसी चीज़ पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत होगी?

    फ़ार्मूला दूध के विभिन्न ब्रांडों में पानी मिलाने के तरीके अलग-अलग होते हैं। इसलिए यदि माता-पिता आहार तैयार करते समय दो अथवा दो से अधिक ब्रांडों को आपस में मिलाते हैं, तो यह निश्चित तौर पर उन्‍हें दी गई सलाह के विपरीत है।

    असल में ऐसा कोई निश्चित नियम नहीं है, जिसके अनुसार फ़ार्मूला दूध को बदला जा सके। फ़ार्मूला दूध बदलने की गति बच्चे विशेष की पसंद पर निर्भर करेगी। चूंकि अलग-अलग फ़ार्मूलों का स्वाद अलग-अलग होता है, इसलिए कुछ बच्चों द्वारा इनको अपनाने में समय लिया जाना अप्रत्याशित नहीं है। माता-पिता नए ब्रांड की आहार संख्‍या में धीरे-धीरे बढ़ोतरी कर सकते हैं। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहता है, तो आप सभी आहारों को किसी नए ब्रांड द्वारा बदलने तक तेज़ गति से आहार दे सकते हैं।

    एक और सलाह: माता-पिता को अपने बच्चों की मलत्‍याग की आदतों में परिवर्तन दिखाई दे सकता है, चाहे यह मलत्‍याग की संख्‍या के बारे में हो, चाहे उसकी बनावट के बारे में हो, और चाहे मल के रंग के बारे में हो। ऐसा विभिन्‍न ब्रांडों में आयरन, प्रीबायोटिक्‍स, आदि जैसे ऐडिटिव की मात्रा अलग-अलग होने की वजह से हो सकता है और यह स्‍वीकार्य है। ज्‍यादा चिंता न करें और कोई तीसरा ब्रांड आज़माने की कोशिश करें। असल में यदि बच्चे को गाय के दूध से बने मूल फ़ार्मूले से कोई एलर्जी नहीं है, तो ऐसा होने की संभावना नहीं है कि गाय के दूध से बने अन्‍य फ़ार्मूले अपनाने से एलर्जी हो सकती है।