गर्भवती माताओं के लिए स्वस्थ्य खान-पान

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प्रतिलिपि

शीर्षक: गर्भवती माताओं के लिए स्वस्थ्य खान-पान

वाचक: गर्भवती माताओं के लिए स्वस्थ्य खान-पान

सुपर: पोषण संबंधी आवश्यकताएं

वाचक: गर्भावस्था में, जैसे-ऐसे शिशु बढ़ता है, आपकी पोषक जरूरतें बढ़ जाती हैं।

उपशीर्षक: गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ्य खान-पान के अहम् बिन्दु

सुपर: संतुलित आहार का सेवन करें; भिन्न-भिन्न प्रकार के भोजन खाएँ; अधिक न खाएँ; भोजन सुरक्षा पर ध्यान

दें

वाचक: विभिन्न पोषक पदार्थों के साथ संतुलित आहार खाएँ और ज्यादा खाने से बचे क्योंकि इससे वज़न बढ़ सकता है।

सुरक्षित खाना पर ध्यान देना ज़रूरी है।

शीर्षक: पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं को क्या खाना चाहिए?

वाचक: पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं को क्या खाना चाहिए?

उपशीर्षक: पहली तिमाही के दौरान दैनिक आहार

सुपर: अनाज; सब्जियां; फल; मांस; मछली और उसके विकल्प (सूखे सेम सहित) दूध और उसके विकल्प

वाचक: जितना आप पहली तिमाही में खाती हैं, उससे अधिक खाने कि आवश्यकता नहीं है, लेकिन आपको खाने का सही चयन करना चाहिए। आपके दैनिक आहार में पांच मुख्य खाद्य समूह शामिल होने चाहिए, जो हैं अनाज, सब्जी, फल, मांस, मछली, अंडा, सूखी बीन, दूध और इसके विकल्प।

सुपर: पहली तिमाही में फोलेट और आयोडीन की मांग में वृद्धि; फोलेट; आयोडीन

वाचक: आपके बच्चे के इन्द्रियों का विकास पहली तिमाही में होता है, जिसका मतलब है आपको अधिक फोलेट और आयोडीन की आवश्यकता होगी।

उपशीर्षक: गर्भावस्था में पर्याप्त फोलेट लें

सुपर: रोजाना कम से कम 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड का सप्लीमेंट लें; फोलेट से भरपूर भोजन लें खाएं, गहरी हरे सब्जियां; फल; दलहन और बीन्स का सेवन करें

वाचक: पर्याप्त फोलेट खाने से आपके बच्चे में न्यूरल ट्यूब दोष विकसित होने से रोका जा सकता ह। आपको सलाह दी जाती है कि पहली तिमाही में आप रोजाना कम से कम 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड का सप्लीमेंट लें, और ज्यादा हरी सब्जियां, फल और बीन्स का सेवन करें जो फोलेट से भरपूर हो।

उपशीर्षक: गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त आयोडीन लें

सुपर आयोडीन; आयोडीन युक्त सप्लीमेंट रोज़ाना लें;घरेलु नामक को आयोडीन नमक से बदलें आयोडीन युक्त आहार चुने; समुंदरी खाना;अंडे;दूध और दूध उत्पाद समुद्री शैवाल

वाचक: आपके बच्चे के विकास और मस्तिष्क विकास के लिए पर्याप्त आयोडीन ज़रूरी होता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान आपके आयोडीन की मांग को पूरा करने में केवल भोजन पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है । आपको सलाह दी जाती है कि आप रोजाना आयोडीन युक्त प्रीनेटल मल्टी-विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट लें; और खाना बनाने के दौरान घरेलू नमक के स्थान पर आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल करें। आप आयोडीन युक्त खाना भी खाएँ, जैसे समुद्री खाना, समुद्री मछली, अंडे, दूध, चीज़, दही और समुद्री शैवाल।

शीर्षक: गर्भावस्था में कौन से भोजनों और पदार्थों से बचे?

वाचक: गर्भावस्था में कौन से भोजनों से बचें?

उपशीर्षक: गर्भावस्था में कैफीन का सीमित सेवन करें

सुपर: एनर्जी ड्रिंक्स न पीयें; कॉफ़ी और स्ट्रॉन्ग टी कम पिएं

वाचक: अधिक कैफीन आपके बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। एनर्जी ड्रिंक्स से बचें और कॉफ़ी और स्ट्रॉन्ग टी को एक कप रोजाना तक सीमित रखें।

उपशीर्षक: उन खाद्य पदार्थों से बचें जिनमें लिस्टेरिया संदूषण की अधिक जोखिम हो

सुपर: अपाश्चुराइज्ड दूध और दूध उत्पाद; सैशिमी; ठन्डे गोश्त

वाचक: गर्भावस्था में, अपाश्चुराइज्ड दूध और दूध उत्पाद से बचें, और ठण्डे, तैयार खाने, जैसे सैशिमी और ठन्डे गोश्त। इन खाने में लिस्टेरिया से संदूषित होने का ज्यादा खतरा है। लिस्टेरिया संक्रमण से गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है या यह आपके शिशु में गंभीर बीमारियों को उत्पन्न करता है।

उपशीर्षक: भोजन सुरक्षा पर ध्यान दें

सुपर: खाने से पहले भोजन को सही तरीके से पकाएं

वाचक: खाने से पहले सभी समुद्री भोजन, मछली, मांस, अंडे और ताजी सब्जियों को अच्छी तरह से पकाने का ध्यान रखें।

उपशीर्षक: शराब न पिएं या धूम्रपान न करें

सुपर: धूम्रपान मुक्त वातावरण बनाएं

वाचक: शराब सेवन या धूम्रपान न करें। अन्य परिवार सदस्य भी धूम्रपान छोड़ें ताकि बच्चे के स्वास्थ्य के लिए धूम्रपान मुक्त वातावरण बनें।

शीर्षक: पहली तिमाही के बाद गर्भवती महिलाएं क्या खाएँ?

वाचक: पहले तिमाही के बाद गर्भवती महिलाएं क्या खाएँ?

उपशीर्षक: पर्याप्त आयरन लें

सुपर: आयरन वाले आहार चुनें; गहरी हरी सब्जियां; सूखी बीन्स, गोश्त, मछली, ऊर्जा; प्रोटीन

वाचक: पत्याप्त आयरन भ्रूण की वृद्धि में सहायक है और गर्भावस्था में एनीमिया से बचाता है। आपको आयरन से भरपूर भोजनों को अपने आहार में शामिल करना होगा जैसे कि गहरी हरी सब्जियां, सूखी बींस, गोश्त और मछली। सूखी बीन्स, गोश्त और मछली भी ऊर्जा और प्रोटीन के स्रोत हैं, जिनकी आप और आपके बच्चे को ज़रुरत होती है।

शीर्षक: गर्भवती माताएं को मछली चुनने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

वाचक: गर्भवती माताएं को मछली चुनने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

उपशीर्षक: मछली चुनने पर टिप्पणियां

सुपर: तैलीय मछली में आम तौर पर ओमेगा 3 फैटी एसिड्स पाए जाते हैं; भिन्न-भिन्न प्रकार की मछलियों में से चुने; मिथाइलमरकरी की अधिक मात्रा वाली बड़ी शिकारी मछली से बचें

वाचक: मछली में ओमेगा 3३ फैटी एसिड्स पाए जाते हैं, जो कि आपके बच्चे के मस्तिष्क और आँख के विकास के लिए ज़रूरी होता है। तैलीय मछली में अमूमन ओमेगा 3 फैटी एसिड्स अधिक पाया जाता है। भोजन सुरक्षा पर ध्यान दें। अपनी पसंद को बदलें और भिन्न-भिन्न प्रकार की मछलियों में से चुनें। सिर्फ एक तरह की मछली खाने से बचें। उच्च मात्रा में मिथाइलमरकरी वाली बड़ी शिकारी मछली से बचें, जो आपके बच्चे की तंत्रिका प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है।

शीर्षक: कुछ गर्भवती माताएं हर वक़्त भूखी महसूस करती हैं। आप क्या कर सकती हैं?

वाचक: कुछ गर्भवती माताएं हर वक़्त भूखी महसूस करती हैं। अगर आप भी ऐसा महसूस करती हैं तो आप क्या कर सकती हैं?

उपशीर्षक: पेट भरा हुआ महसूस करने के सुझाव

सुपर: अक्सर हल्का खाना खाएँ; पौष्टिक स्नैक्स चुने; ताज़ा फल; बगैर चीनी मिश्रित ड्राई फ्रूट; 240 ml कम वसा वाला दूध या कैल्शियम युक्त सोया दूध; ऐसा भोजन चुनें, जो आहारीय फाइबर से भरपूर हो; लाल चावल, ब्राउन चावल, चोकर युक्त ब्रेड; सब्जियां

वाचक: गर्भावस्था में भूखा महसूस करना सामान्य बात है। आपको पेट भरा महसूस करने के लिए, थोड़े-थोड़े भोजन बार-बार लेना और धीरे-धीरे खाना सही होता है। ऐसे पौष्टिक स्नैक्स चुनें, जिसमें कम फैट और चीनी हो। उदाहरण के लिए, एक ताज़ा फल या बिना अतिरिक्त चीनी वाले मेवे की एक ख़ुराक या कम फैट वाले दूध का या कैल्शियम युक्त सोया दूध का एक कार्टन। जहां तक मुख्य भोजन की बात है, तो साबुत अनाज चुनें, जैसे ब्राउन चावल या चोकरयुक्त ब्रेड और पर्याप्त सब्जियां। यह सब समृद्ध हैं खाद्य फाइबर में, जो आपके संतुष्टि का बढ़ाता है और कब्ज़ियत को रोकता है।

उपशीर्षक: ऐसे स्नैक्स कम खाएँ जिसमें ज्यादा फैट या शुगर हों

वाचक: ऐसे खाना या पेय पदार्थ को कम करें जिसमें ज्यादा फैट या शुगर हो।

शीर्षक: गर्भवती माताएं यदि दूध न पीती हों, तो वे अपने कैल्शियम की आपूर्ति कैसे कर सकती हैं?

वाचक: गर्भवती माताएं यदि दूध न पीती हों, तो वे अपने कैल्शियम की आपूर्ति कैसे कर सकती हैं?

उपशीर्षक: दिन में दो बार डेयरी का सेवन करें

सुपर: 240ml दूध; 240 ml दूध; पनीर; 150 ml दही; 240 ml कैल्शियम युक्त सोया दूध;

वाचक: संतुलित आहार के रूप में, आप दिन में दो बार डेरी का सेवन करें। परन्तु अगर आप दूध न पीती हों, तो आप दही या कैल्शियम युक्त सोया दूध असली दूध की जगह पर पनीर चुन सकती हैं ।

उपशीर्षक: ज्यादा कैल्शियम से भरपूर खाने को चुनें

सुपर: सख्त टोफू; गहरी हरी सब्जियां; हड्डी के साथ खाई जाने वाली मछलियां

वाचक: अपने दैनिक आहारों में ज्यादा कैल्शियम से भरपूर भोजन चुनें, जैसे कि सख्त टोफू, गहरी हरी सब्जियां और हड्डी के साथ खाई जाने वाली मछलियां ।

उपशीर्षक: विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण में सहायक होता है

सुपर: घर से बाहर सक्रिय रहें ताकि आप धूप के संपर्क में रहें

वाचक: विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण में सहायक होता है। यह आप और आपके बच्चे की हड्डी के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी होता है। इसलिए , बाहर धूप में जाएं ताकि शरीर को अधिक विटामिन डी मिले।

उपशीर्षक: ऐसे खाने चुनें जो विटामिन डी से समृद्ध हों

सुपर: तैलीय मछली; अंडे; दूध उत्पाद और सोया दूध जिसमें विटामिन डी मिलाए गए हों

वाचक: जहां तक आहार की बात है, आप तैलीय मछली, दूध, दूध उत्पाद और विटामिन डी वाले सोया दूध का सेवन कर सकती हैं।

उपशीर्षक: गर्भवती माताएं के लिए स्वस्थ्य आहार और हल्के व्यायाम समान रूप से महत्वपूर्ण होते हैं

वाचक: खाद्य आहार का चयन करना और पर्याप्त व्यायाम गर्भवती माताएं को स्वस्थ्य रहने में और अपने शिशुओं को जन्म देने के लिए पूरी तरह से तैयार होने में सहायता करते हैं। ।

वाचक: यदि आप को अपनी आहार ज़रुरत में कोई संदेह है, तो अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें।

सुपर: गर्भवस्था में स्वास्थ्यवर्धक खाने की अधिक जानकारी के लिए www.fhs.gov.hk पर जाएँ

वाचक: गर्भवस्था में स्वास्थ्यवर्धक खाने की अधिक जानकारी के लिए, कृपया स्वास्थ्य विभाग के परिवार स्वास्थ्य सेवा की वेबसाइट www.fhs.gov.hk पर जाएँ। इस विडियो का निर्माण स्वास्थ्य विभाग के परिवार स्वास्थ्य सेवा ने किया है।