गर्भावस्था के दौरान संक्रामक रोगों (रूबेला, चिकनपॉक्स और पांचवां रोग) की रोकथाम

(कंटेंट संशोधित 07/2019)

रूबेला, चिकनपॉक्स और पांचवां रोग, वायरल रोग हैं। वे मुख्य रूप से संक्रमित श्वसन स्राव की बूंदों या सीधे संपर्क से संचारित होते हैं। यह गर्भावस्था के दौरान मां से भ्रूण में भी संचारित हो सकते हैं।

रूबेला, चिकनपॉक्स और पांचवां रोग के बारे में आपको क्या जानना आवश्यक है

रोग इनक्यूबेशन
अवधि
लक्षण संचार की अवधि भ्रूण पर प्रभाव
रूबेला (जर्मन खसरा) 12-23 दिन फैलाने वाले दिदोरों, बुखार, सिरदर्द, अस्वस्थता, लसीका ग्रंथि का बढ़ना, सांस फूलने के लक्षण और नेत्र-शोथ (आंख आना) के साथ दिखता है। दिदोरा आमतौर पर लगभग 3 दिनों तक रहता है, लेकिन हो सकता है कुछ रोगियों में बिल्कुल दाने न हों। दिदोरे की शुरुआत के 1 सप्ताह
पहले से 1 सप्ताह बाद तक।
लक्षणात्मक हों या न हों, गर्भावस्था के पहले 3 महीनों के दौरान संक्रमण से जन्मजात रूबेला सिंड्रोम हो सकता है, उदाहरण के लिए बहरापन, मोतियाबिंद, हृदय की विकृतियां और मानसिक मंदता, आदि।
चिकनपॉक्स 10-21 दिन बुखार और त्वचा पर खुजली वाली चकत्तों के साथ होता है, चकत्ते 5 दिनों में शिखा और बाद में फफोलों के रूप में विकसित होते हैं। फफोले 3-4 दिनों तक बनी रहती है, फिर सूख जाते हैं और पपड़ी बन जाती है। चकत्ते दिखाई देने से 1-2 दिन पहले और जब तक सभी फफोले सूख नहीं जाते। प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान का संक्रमण भ्रूण के जन्मजात विकृति से जोड़ा जा सकता है। यदि गर्भवती महिला को प्रसव से 5 दिन पहले या प्रसव के बाद 2 दिन के भीतर लक्षण विकसित होते हैं, तो उसके बच्चे को गंभीर बीमारी होने की अधिक संभावना होती है जो घातक हो सकती है।
पांचवां
रोग
4-20 दिन ज्यादातर बच्चों में, हल्के बुखार और थकान के साथ, होता है। कुछ दिनों में चेहरे पर एक "थप्पड़ पड़े गाल" जैसी दिखावट वाला विशिष्ट चकत्ता हो जाता है। चकत्ता आमतौर पर 7-10 दिनों में ठीक हो जाता है। वयस्कों में लक्षण बहुत हल्के होते हैं और उन्हें केवल जोड़ों में हल्का दर्द और सूजन हो सकती है। पर्वोवायरस बी19 मुख्य रूप से संक्रमित श्वसन स्राव के साथ सीधे संपर्क से संचारित होता है। यह गर्भावस्था के दौरान मां से भ्रूण में संचारित हो सकता है, जिससे गर्भपात या भ्रूण की मृत्यु हो सकती है।

रूबेला, चिकनपॉक्स और पांचवां रोग को कैसे रोकें?

इन संक्रमणों से महिलाएं प्रतिरक्षित होती हैं यदि बचपन में उन्हें ये हुए हैं या उन्होंने प्रासंगिक टीकाकरण (जैसे रूबेला और चिकनपॉक्स) करवाया है।

गर्भवती महिलाएं जो गैर-प्रतिरक्षित हों उन्हें उन रोगियों के संपर्क में आने से बचना चाहिए जिन्हें इन रोगों के लिए पहचाना गया है, और संक्रमण की संभावना को कम करने के लिए भीड़भाड़ और कम हवादार सार्वजनिक स्थानों से दूर रहना चाहिए।

जो महिलाएं रूबेला या चिकनपॉक्स के प्रति गैर-प्रतिरक्षित हैं, उन्हें प्रसव के बाद टीकाकरण कराने पर विचार करना चाहिए।

क्या होगा यदि गर्भावस्था के दौरान मैं रूबेला, चिकनपॉक्स या पांचवां रोग से पीड़ित हो जाती हूं या इनके होने का संदेह होता है?

यदि आपकी स्थितियां निम्नलिखित में से हैं:

  • बुखार या चकत्ते
  • हाल के 4 हफ्तों में रूबेला, चिकनपॉक्स, पांचवां रोग या अन्य संक्रामक बीमारी से पीड़ित किसी व्यक्ति के साथ संपर्क में आने का इतिहास
  • आपको संदेह है कि आप इनमें से किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं
  1. आपको बीमारी के प्रबंधन के लिए किसी सामान्य बाह्य-रोगी क्लिनिक या किसी निजी क्लिनिक में जाना चाहिए।
  2. जब तक आप गैर-संक्रामक नहीं मानी जातीं, तब तक पुछ-ताछ या प्रसवपूर्व जांच के लिए प्रसूति क्लिनिक या मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र (MCHC) में न आएं यह अन्य गर्भवती महिलाओं में बीमारी को फैलने से रोकने के लिए है।
  3. कृपया उस प्रसूति क्लिनिक या MCHC को कॉल करें, जिसके साथ आपने अपने प्रसवपूर्व चेक-अप हेतु विशेष व्यवस्था करने के लिए पंजीकृत किया है।