वेक्टर-जनित रोगों की रोकथाम

(कंटेंट संशोधित 07/2017) (पुनर्मुद्रित 07/2019)

मनुष्यों में सामान्य वेक्टर-जनित रोगों में डेंगू बुखार, जापानी एन्सेफलाइटिस, मलेरिया, स्क्रब टाइफस और चित्तीदार बुखार (स्पॉटेड फीवर) शामिल हैं। डेंगू बुखार, जापानी इंसेफेलाइटिस, मलेरिया और ज़ीका वायरस को फैलाने के लिए मच्छर जिम्मेदार होते हैं जबकि स्क्रब टाइफस और चित्तीदार बुखार घुन और किलनियों द्वारा फैलते हैं।

वेक्टर-जनित रोगों को रोकने के लिए, गर्भवती महिलाओं को मच्छरों, घुन और किलनियों के डंक / काटने से स्वयं को बचाने, और उनके प्रसार को रोकने में मदद करने की जरूरत है ।

अपने आप को डंक/काटने से बचाएं

मच्छरों द्वारा फैलने वाले संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए, गर्भवती महिलाओं को मच्छर की गतिविधियों के चरम समय (आमतौर पर सुबह और शाम) के दौरान घर के अंदर रहना चाहिए।

स्क्रब टाइफस और चित्तीदार बुखार फैलाने वाले संवाहकों मुख्य रूप से पेड़-पौधों वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इसलिए, इन संवाहकों द्वारा काटे जाने से बचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की यात्रा करते समय निवारक उपाय किए जाने चाहिए।

ढीले, हल्के रंग के लंबी बाजू वाले टॉप और पैंट जैसे सुरक्षात्मक कपड़े पहनें।

ऐसे इत्र के इस्तेमाल से बचें जो मच्छरों को आकर्षित कर सकते हैं।

गर्भवती महिलाएं DEET (20-30%) का उपयोग कर सकती हैं जिसमें कीट निरोधक होते हैं। कीट निरोधक का उपयोग करते समय कृपया निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

  • कपड़ों (लंबी आस्तीन वाले टॉप और पैंट) और खुली त्वचा पर कीट निरोधक लगाएं;
  • घाव या छिली त्वचा पर न लगाएं;
  • निर्माता के निर्देशों का पालन करें, यदि आवश्यक हो तो फिर से कीट निरोधक लगाएं;
  • जब आप घर पर लौट आते हैं तो शॉवर लें या अपनी त्वचा को धोएं;
  • DEET लगे कपड़ो को साबुन और पानी से धोएं।

अधिक जानकारी के लिए, कृपया स्वास्थ्य सुरक्षा केंद्र वेबसाइट “वेक्टर-जनित रोग” पर जाएं।