वेक्टर-जनित रोगों की रोकथाम
मनुष्यों में सामान्य वेक्टर-जनित रोगों में डेंगू बुखार, जापानी एन्सेफलाइटिस, मलेरिया, स्क्रब टाइफस और चित्तीदार बुखार (स्पॉटेड फीवर) शामिल हैं। डेंगू बुखार, जापानी इंसेफेलाइटिस, मलेरिया और ज़ीका वायरस को फैलाने के लिए मच्छर जिम्मेदार होते हैं जबकि स्क्रब टाइफस और चित्तीदार बुखार घुन और किलनियों द्वारा फैलते हैं।
वेक्टर-जनित रोगों को रोकने के लिए, गर्भवती महिलाओं को मच्छरों, घुन और किलनियों के डंक / काटने से स्वयं को बचाने, और उनके प्रसार को रोकने में मदद करने की जरूरत है ।
अपने आप को डंक/काटने से बचाएं
मच्छरों द्वारा फैलने वाले संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए, गर्भवती महिलाओं को मच्छर की गतिविधियों के चरम समय (आमतौर पर सुबह और शाम) के दौरान घर के अंदर रहना चाहिए।
स्क्रब टाइफस और चित्तीदार बुखार फैलाने वाले संवाहकों मुख्य रूप से पेड़-पौधों वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इसलिए, इन संवाहकों द्वारा काटे जाने से बचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की यात्रा करते समय निवारक उपाय किए जाने चाहिए।
ढीले, हल्के रंग के लंबी बाजू वाले टॉप और पैंट जैसे सुरक्षात्मक कपड़े पहनें।
ऐसे इत्र के इस्तेमाल से बचें जो मच्छरों को आकर्षित कर सकते हैं।
गर्भवती महिलाएं DEET (30% तक), पिकारिडिन और IR3535 युक्त कीट निरोधक का इस्तेमाल कर सकती हैं। कीट निरोधकों का इस्तेमाल करते समय कृपया निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें:
- कपड़ों (लंबी आस्तीन वाले टॉप और पतलून) और खुली त्वचा पर कीट निरोधक लगाएं;
- घाव या एलर्जी वाली त्वचा पर न लगाएं;
- निर्माता के निर्देशों का पालन करें, यदि ज़रूरी हो तो कीट निरोधक को दोबारा लगाएं;
- जब आप घर के अंदर वापस आएं तो एक शॉवर ले लें या अपनी त्वचा को धो लें;
- DEET लगाए गए कपड़ों को साबुन और पानी से धो लें।
और ज़्यादा जानकारी के लिए, कृपया स्वास्थ्य संरक्षण केंद्र की वेबसाइट "वेक्टर-जनित रोग" और कीट निरोधक का इस्तेमाल करने के लिए सुझाव पर जाएं।