कोलपोस्कोपी द्वारा निदान: लो-ग्रेड स्क्वैमस इंट्राएपिथेलियल लेसियन (LSIL) / ह्यूमन पैपिल्लोमावायरस (HPV)

(कंटेंट संशोधित 06/2024)

यदि आपको कोलपोस्कोपी द्वारा लो-ग्रेड स्क्वैमस इंट्राएपिथेलियल लेसियन (LSIL) / ह्यूमन पैपिल्लोमावायरस (HPV) का निदान किया गया है, तो इसका क्या मतलब है? [टिप्पणी: LSIL को पहले सर्वाइकल इंट्राएपिथेलियल नियोप्लासिया (CIN) I के नाम से जाना जाता था]

  • यदि किसी महिला की कोल्पोस्कोपी और/या बायोप्सी की गई है और उसमें स्क्वैमस इंट्राएपिथेलियल लेसियन (SIL) का निदान किया गया है, तो इसका मतलब है कि सर्वाइकल सेल्स असामान्य हैं और वे अलग दिखने लगी हैं।
  • सर्वाइकल सेल्स में HPV संक्रमण के कारण सेल्स की क्षति हो सकती है, जिससे सर्वाइकल कैंसर डेवलप होने का खतरा बढ़ सकता है।
  • यदि आपकी कोलपोस्कोपी रिपोर्ट में LSIL/HPV दिखाई देता है, तो इसका मतलब है कि आपकी सर्वाइकल सेल्स में हल्का बदलाव हुआ है/आप HPV से संक्रमित हैं। हालांकि, ज़्यादातर महिलाएं 2 सालों के अंदर बिना किसी इलाज के अपने आप ही ठीक हो जाती हैं। इस बीच, आपको अपनी स्थिति को मॉनिटर करने के लिए नियमित और ज़्यादा बार फ़ॉलो-अप सर्वाइकल टेस्ट करवाने होंगे।

मुझे फ़ॉलो-अप सर्वाइकल स्मीयर्स कब लेना चाहिए?

हांगकांग कॉलेज ऑफ ऑब्सटेट्रिशियन्स एंड गायनेकोलॉजिस्ट द्वारा 2024 में प्रकाशित 'सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम और स्क्रीनिंग के लिए दिशानिर्देश' के अनुसार, कोल्पोस्कोपी के बाद आपको 1 साल में (और यदि ज़रूरी हो तो 2 सालों में), फ़िर 3 साल बाद HPV टेस्टिंग कराने की व्यवस्था की जाएगी। यदि रिज़ल्ट्स सामान्य हैं, तो आप रूटीन सर्वाइकल स्क्रीनिंग पर वापस जा सकते हैं।

यदि अनुवर्ती कार्रवाई के दौरान आपकी रिपोर्ट असामान्य है, तो शेड्यूल को उसके अनुसार एडजस्ट किया जाएगा।

किसी भी पूछताछ के लिए कृपया हमारे चिकित्सा एवं नर्सिंग स्टाफ़ से संपर्क करें।