माहवारी के बारे में जानकारी

(Content revised 11/2013)
  1. मासिकधर्म क्‍या है?
    • महिलाओं के शरीर में चक्रीय (साइक्लिकल) हार्मोस में होने वाले बदलावों की वज़ह से गर्भाशय से नियमित तौर पर ख़ून और अंदरुनी हिस्से से स्राव होना मासिकधर्म (अथवा माहवारी) कहलाता है
    • जब कोई लड़की पैदा होती है, तो उसके अण्‍डाशयों में पहले से लाखों अपरिपक्‍व अण्‍डाणु मौजूद होते हैं। जवान होने पर, उनमें से दसियों अण्‍डे महीने में एक बार हार्मोन उत्तेजित (हार्मोनल स्टिमुलेशन) होने की वजह से विकसित होने शुरू हो जाएंगे। आमतौर पर, प्रत्‍येक चक्र के दौरान अण्‍डाशय में केवल एक ही अण्‍डा परिपक्‍व होता है और गर्भाशय में छोड़ा जाता है (जिसे अण्‍डोत्‍सर्ग कहा जाता है)
    • उसी समय, गर्भावस्‍था की तैयारी में गर्भाशय का भीतरी हिस्सा मोटा होना शुरू हो जाता है। यदि यह अण्‍डाणु निषेचित नहीं होता, तो यह गर्भाशय के भीतरी हिस्से के अतिरिक्‍त ऊतकों के साथ माहवारी ख़ून के रूप में योनि से निकलना शुरू हो जाता है। इसके बाद अगला माहवारी चक्र फिर से शुरू हो जाता है
  2. लड़की को किस उम्र में माहवारी शुरू हो जाती है? माहवारी किस उम्र बंद हो जाती है?
    • अधिकतर लड़कियों को 11-12 वर्ष की आयु में माहवारी आनी शुरू हो जाती है। अधिकतर महिलाओं की प्राकृतिक रज्‍जोनिवृत्ति 45-55 वर्ष की आयु में हो जाती है। इस आयु में, माहवारी आना हमेशा के लिए बंद हो जाती है (रज्‍जोनिवृत्ति हो जाती है) और इसके बाद महिलाएं बच्‍चे पैदा करने में सक्षम नहीं रहती
  3. क्‍या मुझे प्रत्‍येक महीने माहवारी अवश्‍य आनी चाहिए?
    • जी नहीं, सभी महिलाओं को प्रत्‍येक महीने माहवारी नहीं आती। किसी महिला का चक्र उसकी स्थितिके अनुसार अलग-अलग हो सकता है
    • एक माहवारी चक्र 21-35 दिनों का हो सकता है। चक्र की अवधि से तात्‍पर्य है, माहवारी आने के पहले दिन से लेकर अगली माहवारी आने के पहले दिन तक की अवधि
    • उदाहरण के लिए:
      पिछली माहवारी का पहला दिन: 1 अक्‍तूबर
      मौजूदा माहवारी का पहला दिन: 29 अक्‍तूबर
      चक्र की अवधि: 28 दिन

      यौन रूप से सक्रिय किसी भी महिला में गर्भधारण की संभावना रहती है। यदि आपकोमाहवारी नहीं आई, तो कृप्‍या अपने स्‍वास्‍थ्‍य देखरेख प्रदाता से सलाह प्राप्‍त करें

    • जिन लड़कियों की माहवारी हाल ही में शुरू हुई और जो महिलाएं रज्‍जोनिवृत्ति की आयु पर पहुंचने वाली हैं, उनको अनियमित माहवारी आ सकती है
    • कुछ परिस्थितियों को हार्मोस के असंतुलन से जोड़ा जा सकता है, जिनकी वजह से माहवारी अनियमित हो सकती है। इनमें शामिल है:
      • वज़न सामान्‍य से अधिक अथवा कम होना
      • खान-पान संबंधी विकार होना (उदाहरण के लिए एनोरेक्सिया नर्वोसा होना)
      • बहुत अधिक कसरत करना
      • तनाव होना
      • कुछ दवाएं लेना (उदाहरण के लिए गर्भनिरोधक इंजेक्‍शन लेना)
      • मादक पदार्थों का सेवन करना
      • स्‍तनपान कराना
      • स्‍थाई (क्रॉनिक) बीमारियां होना, हार्मोन संबंधी विकार होना (उदाहरण के लिए पॉलिसि‍स्टिक ओवरी सिंड्रम, थायराइड बीमारी आदि)
      • ऐसी स्थितियां, जो डिम्‍बग्रंथि के कार्यको प्रभावित करती हैं
    • गर्भाशय के अंदरुनी हिस्से विकार, पौलिप्स, सरविक्स अथवा योनि के संक्रमण, अथवा योनि के कैंसर आदि की वजह से दो माहवारियों के बीच में योनि‍ से रक्‍त-स्राव हो सकता है। इसकी वजह से ‘अनियमित माहवारी’ आने का भ्रम हो सकता है
  4. क्‍या मुझे बहुत अधिक माहवारी हो रही है?
    • भारी माहवारी से तात्‍पर्य है, मासिक रक्‍तस्राव बहुत अधिक होना अथवा इसकी अवधि अधिक होना
    • आपका रक्‍तस्राव बहुत अधिक हो सकता है, यदि:
      • आपकी माहवारी 7 दिन से अधिक चलती है (अधिकतर महिलाओं की माहवारी 2-7 दिन तक चलती है)
      • आपको लंबे और सुपर-अवशोषक पैड्स प्रत्‍येक 1-2 घंटे में बदलने पड़ते हों
      • ख़ून केबड़े-बड़े थक्‍के निकल रहे हैं
      • आपको अचानक बहुत अधिक रक्‍तस्राव होता है (अर्थात् अचानक इतना अधिक रक्‍तस्राव होना, जिससे आपका अंडरवियर और कपड़े गीले हो जाएं)
      • आपको रात को बार-बार पैड्स बदलने के लिए उठना पड़ता हो
      • पैड/टैम्‍पॉन का प्रयोग करने के बावजूद सोते समय आपकी चादर पर ख़ून लग जाना
      • अधिक माहवारी की वजह से आपके काम, पारिवारिक जीवन और सामाजिक जीवन प्रभावित हो रहा हो
      • माहवारी के दौरान और बाद में आपको चक्‍कर आते हो, आपकी सांस फूलती हो और थकान महसूस होती हो
  5. माहवारी का दर्द क्‍या है?
    • माहवारी का दर्द आमतौर पर माहवारी शुरू होने के कुछ समय पहले अथवा माहवारी शुरू होने पर होता है। आमतौर पर पेट के निचले हिस्‍से में हल्‍के से लेकर तेज़ पेट दर्द महसूस होता है
    • आमतौर पर भारी रक्‍तस्राव होने की स्थिति में तेज़ दर्द होता है
    • दर्द की वजह से पेट में गड़बड़ी हो सकती है, जैसे कि उल्‍टी आना अथवा पतला मलत्‍याग करना
    • माहवारी का दर्द 2 प्रकार का होता है:

किसी चिकित्‍सीय अवस्‍था की वजह से न होने वाला दर्द

किसी अंतर्निहित अवस्‍था की वजह से होने वाला दर्द

  • यह आमतौर पर युवा महिलाओं में माहवारी आना शुरू होने के थोड़े समय बाद होता है
  • यह एन्‍डोमेट्रिऑसिस, पेडू के संक्रमण, इंट्रायूट्रिन गर्भनिरोधक डिवाइस आदि के प्रयोग की वजह से हो सकता है
  • महिला के बड़े होने पर अ‍थवा बच्‍चे को जन्‍म देने पर यह दर्द कम हो सकता है अथवा समाप्‍त भी हो सकता है
  • यह दर्द मासिक चक्र के दौरान कभी भी शुरू हो सकता है
  • यह 1-3 दिन तक चलता है
  • इसकी वजह से योनि से होने वाले ख़ून से बदबू आ सकती है अथवा बुखार हो सकता है
  • गर्म सेक करने अथवा सामान्‍य दर्दनिवारक दवा लेने से दर्द से राहत मिल जाती है
  • संभोग के दौरान दर्द महसूस हो सकता है
  • जो महिलाएं नियमित तौर पर कसरत करती हैं, उन्‍हें आमतौर पर कम दर्द होता है
  • सामान्‍य दर्दनिवारक दवाएं लेने से दर्द में राहत नहीं भी मिल सकती
  • अंतर्निहित दर्द का उपचार करने से दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है

यदि आपको निम्‍नलिखित में से कोई लक्षण दिखाई दे, तो अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें:

  • आपकी आयु 16 वर्ष हो चुकी हो और आपको माहवारी आनी शुरू नहीं हुई है
  • आपकी माहवारी अचानक से अनियमित हो गई है
  • दो माहवारियों के बीच में योनि से रक्‍तस्राव होना
  • संभोग के बाद योनि से ख़ून निकलना
  • आपको माहवारी आना बंद हुए एक साल होने के बाद योनि से ख़ून निकलना
  • 40 वर्ष की आयु में अथवा इसके बाद माहवारी के दौरान दर्द होना शुरू होना
  • मासिक चक्र 21 दिन से कम अवधि का होना
  • बहुत अधिक माहवारी आना (प्रश्‍न 4 देखें)
  • माहवारी के दौरान तेज़ दर्द होना / पेट दर्द होना
  • आपकी आयु 45 वर्ष से कम है और आपको एक वर्ष से माहवारी नहीं हुई है

यदि आपके कोई भी प्रश्‍न हैं, तो कृपया स्‍वास्‍थ्‍य पेशेवर से सलाह लें।

फ़ैमिली हैल्‍थ सर्विस
वेबसाइट: www.fhs.gov.hk
24-घंटे जानकारी हॉटलाइन: 2112 9900